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शीर्षक-जलाओ नेह की बाती विषय-रिश्ते छंद-विधाता जलाओ नेह की बाती, सदा जगमग करे रिश्ते। बहाओ प्रीत की धारा, बनेगी हर्ष की किश्ते।। सदा बाॅंधे रखो डोरी, अटल होगे सदा रिश्ते। परुष ...