तेरी कमी है

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प्रतियोगिता हेतु  गज़ल मेरी आंखों में जो फैली नमी है। मेरे  दिल  में  बसी तेरी कमी है।। गुजरता वक़्त है कुछ इस तरह से। के लगता पल हुआ पूरी सदी है।। ...

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