लेखनी प्रतियोगिता -15-Jun-2023

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शीर्षक :तेरी कमी....  तेरी कमी अश्कों में बहती चली गई,  मंज़िल उम्मीदों की ढहती चली गई ।  चाह थी कि जिंदगी हो तेरी पनाहों में,  प्यार में हदें यूँ ज्यादा सहती ...

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