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सपनों की दुनिया लिए समर्पण-भाव हृदय में, अपनी बाँह पसारे हैं। आओ, प्रियवर देख रहे पथ- मादक नैन हमारे हैं।। चाहत के आँगन में अपने, हमने सेज सजाई है। नील गगन ...