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कुंडलिया विषय-सपनों की दुनिया शीर्षक-देखे मैंने सपने सपने देखो जागते, चलो लक्ष्य की ओर। तरुण सवेरा हो गया,कोयल करती शोर।। कोयल करती शोर, त्याग तुम करना आलस। चलो सुगम पथ आज, ...