ग़ज़ल

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🌹🌹🌹 ग़ज़ल 🌹🌹🌹 यूँ  हैं  ज़िन्दा  तमाशबीन में हम। साँप  रखते  हैं  आस्तीन में हम। तेरे      जैसे     हज़ार     नाचेंगे। फूँक मारें जोअपनी बीन में हम। देख   कर  ...

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