कंटीले

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कंटीले *********** गुलों ने अपना लिया खिलना- मुस्कुराना कांटों ने चुभने का दर्द अपने नाम कर लिया गुल बिखरते हैं आलम महकाने को कांटें चुभते हैं गुलों का अस्तित्व बचाने को ...

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