1 Part
219 times read
16 Liked
विषय- जिंदगी विधा-अविधा यह जिंदगी अजब पहेली है। सुख-दुख की नित सहेली है। सुलझाए बंधन समझे नहीं। रुलाती हंसाती संग खेली है। जिंदगी जगत में जुआ भी है। कोई जीता है ...