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मेरी मां जगदंबा। जहाँ किसी और से कोई आस न बांधूं माता। वहाँ सहारा मेरा बन आती हो। दिखाकर एक नया उम्मीद का दीपक। तिमिर में रोशनी फैलाती हो। जहाँ किनारे ...