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विषय-स्वैच्छिक शीर्षक-तेरी याद आ गई आज मौसम ने एक, खुबसूरत साजिश की है, बादलों से प्रेम-बारिश की, सिफारिश की है, भींग जाए सबका प्यार, घायल आँखों ने, ये फरमाइश की है ...