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गुस्से से चेहरा सुर्ख़-ओ-ताब हो गया, वो महताब आज आफ़ताब हो गया। छूओगे तो हाथ जल जाएंगे तुम्हारे, जिस्म तप कर उसका आग हो गया, मैंने प्यार से उसका आरिज़ जो ...