आफ़ताब हो गया

1 Part

223 times read

26 Liked

गुस्से से चेहरा सुर्ख़-ओ-ताब हो गया, वो महताब आज आफ़ताब हो गया। छूओगे तो हाथ जल जाएंगे तुम्हारे, जिस्म तप कर उसका आग हो गया, मैंने प्यार से उसका आरिज़ जो ...

×