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हमारी बस पहलगाम से श्रीनगर जा रही थी। वह पहाड़ी चक्करदार रास्तों पर बलखाती हुई चल रही थी। मैंने अपनी आंखें बंद कर रखी थीं। कश्मीर के खूबसूरत नज़ारे मेरे लिए ...