193 Part
58 times read
0 Liked
अध्याय 29 "एयरपोर्ट?" सौरभ ने कहा। वह कंफ्यूज्ड दिखाई दे रहा था, सफदर और फ़ैज़ भी रघु चुपचाप बैठा अपने सामने की खाली कुर्सी को ताक रहा था। 'मैं समझ नहीं ...