ओ पालनहारे,

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अक्सर मन यह सोचता मेरा, कौन है वो और हैं कहाँ। हर सांस में जो बसा, हर एहसास में छुपा, बनके ख़्वाब जो, नयनो में सजा, बनके एहसास जो, हकीकत में ...

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