1 Part
220 times read
29 Liked
अंधियारी गहराती रातें, आशा दीप जलाए रखना। आएगी फिर भोर सुनहरी, हौसला तू बनाए रखना। पथरीली डग कांटे होंगे, मंजिल भी नजर न आए तो। राही घबरा कर मत रुकना, आगे ...