प्रेम के रंग अनोखे

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प्रेम के रंग अनोखे बिन देखे भी रहा न जाए देखूं तो कुछ कहा ना जाए कह दूं तो वो शरमा जाए एक झलक दिखला कर अपनी फिर आंखों से ओझल ...

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