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प्रतियोगिता- स्वैच्छिक समय-समय की बात- सहे बुरा-अच्छा सभी , जब तक रहता काम। स्वार्थ पूरा हो गया, भूल गए तब नाम॥ किसकी-किसकी हम कहे, बहुतो का ये हाल। मतलब की दुनिया ...