चांद छत पर था

2 Part

290 times read

25 Liked

प्रतियोगिता हेतु  गज़ल कर रहा था वो कहीं बात, चांद छत पर था। हमने देखा था के कल रात, चांद छत पर था।। जिसके अरमान सजाए थे, अपने दिल में हम। ...

×