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मिटा हुआ सिंदूर *************** सुहाग सिंदूर मिट गया, पर भूख पेट की मिट न सकी। उतरा मुख बच्चों का मेरे, मैं बैठी रोती ना देख सकी। दीन हीन सी बैठूँ कब ...