मिटा सिंदूर

1 Part

115 times read

28 Liked

मिटा सिंदूर मिटा सिंदूर को अपने, नई एक राह चलना है संभाला बहुत औरों ने अब मुझ को संभलना है नहीं अबला हूं मैं कोई, नहीं कमजोर हूं नारी हराया आज ...

×