दाग

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छोड़ उंगली! मात-पिता की! उजली, धवल चूनरी, सिर पर! उड़ती जाए, स्वछंद गगन में! कहीं फुदकती,  कहीं बैठती, कहीं चहकती, घर आँगन में! लाड़ली बिटिया, है बाबुल की! आँखों में, उड़ने ...

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