आँखे उससे चार हुई,वहीं इश्क़ की भरमार हुई!

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आँखे उससे चार हुई,वहीं इश्क़ की भरमार हुई! कुछ शरमाई ,कुछ हिचकिचाई ! फिर दोतरफ़ा मोह्हबत की शुरूआत हुई! कहती थी वो जीवन है आपका ! मैंने भी कहा आज से ...

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