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शीर्षक :तेरे आने से अल्हड़पन की पगडंडियाँ पे बढ़ रहे थे कदम, दिल में एक आहट थी, जो दूर कहीं से आती। बेवजह बैठे उन तन्हा पलों में मुस्काते अक्सर, अनजाने ...