लेखनी प्रतियोगिता - सूर्यास्त

1 Part

45 times read

1 Liked

सूर्यास्त देखो ज़रा गगन पर, अद्भुत लालिमा छाई है, पशु, पक्षी सब लौट रहे, कितनी मनमोहक, गौधूली वेला आई है, अरुण हो चला अस्ताचल, अंबर पर तारों भरी चुनर लहराई है, ...

×