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#विषय:- स्वैच्छिक #शीर्षक:- आँखें बरसती जा रही है आज तेरे शहर में क्या आये, साथ याद, हर बात, मेरे साथ चल पड़ी, दूर-दूर तक तू न दिखा, पर , तेरे जैसी ...