नज़र का टिका

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मेरे आँगना मे खिली एक कली थी! मेरी बगिया मे महकता हुआ चमन थी! आँखे उसकी चंदा की चकोर थी! बाते उसकी मिश्री की डली  थी! गोरे गोरे हाथो मे छोटी ...

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