1 Part
231 times read
8 Liked
ग़म की रात गुजर गई, कर कर दिन को याद दिन होते मिला न कोय, सुन ले जो फरियाद सुन ले वो फरियाद, काहे का फिर होए ग़म तड़प तड़प कर ...