सूखे आँसूं

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तू मेरे इस ज़हन से जाता क्यों नहीं ओ चंद परदेशिया तू आता क्यों नहीं? तेरी याद में रो रो कर  सूखे आँसूं , तू चेहरा अपना दिखाता क्यों नहीं? तेरे ...

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