1 Part
229 times read
7 Liked
तू मेरे इस ज़हन से जाता क्यों नहीं ओ चंद परदेशिया तू आता क्यों नहीं? तेरी याद में रो रो कर सूखे आँसूं , तू चेहरा अपना दिखाता क्यों नहीं? तेरे ...