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प्रेम की दीवानगी जितने दूर हुए तुम तन से, उतने मन के पास हुए। प्रेमी के भूगोल न होते, प्रेमी तो इतिहास हुए।। जब मन कहता तुमको पाता, तुम मेरे हृद-वासी ...