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दैनिक प्रतियोगिता ओपन कविता एक श्मशान अपने अंदर 🔥 एक श्मशान ऐसा भी बनाया जाए जिसमें विकारों को जलाया जाये सुलगती वासना , मचलती कामना दबी हुई भावना , चीख़ती प्रताड़ना ...