सावन मल्हार

1 Part

240 times read

18 Liked

सावन का महीना मेघा बरसे झूम के री। ए री सखी ठंडी हाँ सखी ठंडी पड़त फुहार। सावन का…….. झर-झर झर-झर नीर बरसे, दामिनी संग में कड़के। ए री सखी हिय ...

×