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शीर्षक :तमन्ना... मीत तुम्ही हो प्रीत तुम्ही हो, तमन्ना है जीवन संगीत बन रहना मैं देह माटी सी हूंँ, तुम सदा मुझमें चाहतों की रूह बन बहना। प्रिय! कभी तुम शिकवे ...