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दैनिक प्रतियोगिता कविता स्वैच्छिक *वो कृष्ण मेरे हैं* जो प्रेम का पाठ पढ़ाएं वो कृष्ण मेरे हैं। गोपियों संग रास रचाए वो कृष्ण मेरे हैं। यशोदा को मां बुलाएं वो कृष्ण ...