लेखनी प्रतियोगिता -16-Aug-2023 देखो पैसों का कमाल

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सार छंद -देखा कमाल जरा पैसों का देख कमाल जरा पैसों का, पैसा  रूप दिखाता। देखो पोरो पर हमें नचाता, अरचा हमें बनाता।। महंगाई रंग चढ़ बोले, अपना रोब जमाती। साॅंझ ...

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