ऐसा ही हो सोंच हमारा

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ऐसा ही हो सोंच हमारा न फूटे भाग्य किसी का और प्रेम की धारा बहती रहें किसी भी की बुद्धि पत्थर न हो और न हो कोई अपनो से दूर ऐसा ...

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