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दिल शीशे सा होता प्यारे, छलकती उसमें सत्यता। देखो रोज तुम ये आइना, मिले इसमें सभ्यता।। झूठ फरेब की धूल हटाना, करना नित सफाई। रखना इसको पाक हमेशा, खुशियाॅं लेंगी अंगड़ाई।। ...