शिव भजन - दैनिक लेखनी प्रतियोगिता

1 Part

326 times read

9 Liked

शिव भजन  *************** ओंकारेश्वर, हे ममलेश्वर! रेवा तट पर वास हुआ।  जिसने पूजे औघड़ दानी, उसका ही उद्धार हुआ॥  मंधाता पर्वत पर बैठे,  सब का कष्ट निवार हुआ।  अंत समय को ...

×