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प्रतियोगिता हेतु रचना (भजन) महाकाल शिव ************ हे त्रिपुरारी , डमरू धारी जगत के पालनहार। एक हाथ त्रिशूल बिराजै गले सर्प के हार।। तन पर भस्म रमाए ...