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कविता ःखोजी ~~~~~~~~ खोजी अंतर्मन मेरा बस खोजे तुझे ही प्रभु तू है सागर अपरंपार तू ही खैवइया तारनहार तू दया मय,तू ही भक्ति प्रदाता तू ही पालक तू ही संहारक ...