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इंसानियत की बातें (स्वैच्छिक कविता प्रतियोगिता हेतु कविता) ना जात-पात, ना अमीरी-गरीबी की बातें जानती हूँ, बस इंसान हूँ, इंसानियत की बातें जानती हूँ। है चैन-अमन से जी रहे ...
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