जन्माष्टमी पर एक रुबाइ

1 Part

315 times read

7 Liked

राधा की झलक, कृष्ण की बरजोरियां भी काम की। है वही एक गुलबदन, गुलपोश भी, गुलफ़ाम भी।। है वह क़ाफ़िर जो क़ायल नहीं इस लाम की, लाम की मानिन्द हैं ज़ुल्फ़ें ...

×