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न साथ बचा न शब्द अजीब सा आलम छाया है न कह सके वह अपनी बातें न कोई सुने दिल की यह कैसा मौसम आया है..... 🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁 समुद्र की लहरें उठती ...