कृष्ण बाल लीला-06-Sep-2023

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कविता -कृष्ण बाल लीला   अब आन बसौ मोहन मन में, तेरी सूरत मन को भावत है।  बचपन में तू जीवन की सबै, खूब लीला करत दिखावत है।| ठुमकत चलत बजै पैजनिया, ...

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