94 Part
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भाग 94 देवयानी ने शर्मिष्ठा को हठ पूर्वक अपने कक्ष में पर्यंक (पलंग) पर बैठा दिया और स्वयं किसी दासी की पुरानी ओढनी ओढ़कर बाहर बारजे में आकर बैठ गई । ...