लेखनी कहानी -09-Sep-2023

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मैं स्त्री हूं कहते हैं सब मुझको त्याग की मूरत पर उठा लेते हैं सब फायदा जिसकी जैसी भी हो जरूरत ना चाहत है महलों की ना धन की है कोई ...

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