कपाली सेठ की चारपाई की तरफ बढ़ रहा था, सेठानी ओर सेठ के खर्राटे कानों को फ़ाड़ रहे थे उसे ये कन्फर्म हो गया कि ये तो अब सुबह ही उठेंगे, ...

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