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माफ कर आगे बढ़ती रहे रास न आता उनको देखना बढ़ना मेरा ऐसा न था कि समझ न पायीतेरीचालाकियां पर जानबूझकर नजरअंदाज करना फितरत है मेरी न हो सकती कभी मैं ...