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*...अकेला खुदको पाता हूँ..* ऐ ख़ुदा, ना आसमान के सितारे गिन पाता हूँ, इम्तिहान मे कामीयाब कहलाता हूँ, ना चाँद से मुलाकात करता हूँ, ना अपनो को समझपाता हूँ। मैं खुद ...