1 Part
21 times read
2 Liked
मुक्तक जब इश्क होता है तो अल्फाज शायरी बन जाते हैं मुहब्बत की पाक गजल लब खुदबखुद गुनगुनाते हैं नदियों सा दौड़ने लगता है इश्क नस नस में लहू बनके तोड़कर ...