तुम आओ ऐसे - लेखनी प्रतियोगिता,

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तुम आओ ऐसे 🌺🌺🌺🌺🌺 तुम आओ ऐसे जैसे फेनिल लहरें, आतीं हैं समुंदर की, अपने साथ नायाब मोती, सीप, शंख, कौड़ियाँ, सुनहरी रेत लेकर, जुड़ती जाती है अपने आप ही, तटबंध ...

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